Portfolio क्या है और इसके कितने प्रकार हैं | एक अच्छा Portfolio कैसे बनाते हैं?

Portfolio Kya hai: पोर्टफोलियो एक प्रकार की सूची या संग्रह होता हैं और स्टॉक मार्किट में पोर्टफोलियो निवेश का संग्रह है । जिसमे स्टॉक्स, बॉन्ड, म्यूच्यूअल फंड, बॉन्ड, रियल स्टेट आदि आते हैं यानि आप पोर्टफोलियो में अपने निवेश पर नज़र रख सकते हैं कि आपने कहाँ- कहाँ कितना पैसा लगाया हैं, Portfolio क्या है, इसके कितने प्रकार है और एक अच्छा/मजबूत पोर्टफोलियो कैसे बनांते हैं । इन सबकी पूरी जानकारी के लिए इस लेख को अंत तक पढ़े ।

अगर आप भी शेयर मार्किट में निवेश करते है या फिर investment करने की सोच रहे है तो आपको portfolio के बारे में अच्छे से जानकारी होनी चाहिए कि हमे अपने पोर्टफोलियो में कितना या किन सेक्टर में निवेश करना चाहिए, तभी आप एक अच्छा पोर्टफोलियो को बना सकते हैं । चलिए अब Portfolio Kya hai, portfolio kaise banate hain के बारे में जानते हैं ।

पोर्टफोलियो क्या है ? (What is Portfolio in Hindi)

पोर्टफोलियो (Portfolio) का मतलब किसी चीज की सूची बनाना है और शेयर मार्किट में पोर्टफोलियो कुल निवेश का  संग्रह या सूची होता है । यदि आसान शब्दों में कहे तो शेयर मार्किट में सभी छोटे-बड़े किये गए निवेश जैसे स्टॉक्स, बॉन्ड, म्यूच्यूअल फंड, कमोडिटीज़, रियल स्टेट आदि की लिस्ट को ही पोर्टफोलियो (Portfolio) कहते हैं ।

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आप पोर्टफोलियो में जाकर आसानी से अपने शेयर मार्किट में निवेश पैसे या स्टॉक पर नज़र बनाये रख सकते हैं और एक अच्छा या मजबूत पोर्टफोलियो बनाकर अच्छे पैसे कमा सकते हैं । यदि आपको एक अच्छा पोर्टफोलियो (Portfolio) नहीं बनाना आता है तो आपको काफी नुकसान हो सकता हैं, इसीलिए पोर्टफोलियो के प्रकार और एक अच्छा पोर्टफोलियो बनाने के लिए एक लेख को ध्यान से पढ़े ।

पोर्टफोलियो (Portfolio) के कितने प्रकार हैं?

पोर्टफोलियो के 5 मुख्य प्रकार होते हैं, जिसमे निवेशक (investor) अपने आवश्कता के अनुसार लाभ कमाने के उद्देश्य से पैसे लगाते हैं, जिनमे से कुछ कम और कुछ ज्यादा जोखिम भरे हैं, जोकि निम्नलिखित हैं ।

1. Defensive Portfolio

Defensive Portfolio को रक्षात्मक पोर्टफोलियो या पूंजी संरक्षण पोर्टफोलियो भी कहा जाता है । इसमें निवेशक ऐसे सेक्टर में पैसे लगाते हैं, जहाँ पर पैसे के नुकसान की संभावना न के बराबर होती है और इसमें रिटर्न 99 % मिलने की संभवाना रहती है यानि लाभ निश्चित रूप से मिलता हैं ।

इसमें निवेश रक्षात्मक निवेशक करते है यानि ऐसे सेक्टर अधिकतर Nifity 50 में आते है, क्यूंकि इसमें लॉन्ग टर्म में रिटर्न कम भले ही आए । लेकिन फायदे के 99 % चांस होते हैं यानि Defensive Portfolio में जोखिम कम होता है, इसलिए इसे Less Risky Portfolio भी कहते हैं।

2. Aggressive Portfolio

रक्षात्मक पोर्टफोलियो के विपरीत Aggressive Portfolio होता हैं, इसका मुख्य उद्देश्य उच्च रिटर्न पाना होता हैं और इसमें उच्च रिटर्न के साथ ही नुकसान का जोखिम भी उच्च ही होता हैं । इसमें ऐसे लोग निवेश करते हैं जोकि लाभ कमाने के उद्देश्य से उच्च जोखिम को झेलने को तैयार रहे ।

इसमें कम समय में अधिक रिटर्न पाने के लिए छोटी या नयी कंपनी में निवेश करके जल्दी पैसा कमाया जा सकता हैं यानि निवेश करके बहुत तेज़ी से ऊपर जा सकते हैं और इसमें जोखिम भी ज्यादा हैं क्यूंकि इसी तरह तेज़ी से नीचे भी आ सकते हैं । इसके अलावा क्रिप्टोकरेंसी का निवेश भी आक्रामक पोर्टफोलियो (Aggressive Portfolio) में आता हैं ।

3. Income Portfolio

आय पोर्टफोलियो (Income Portfolio) के नाम से ही चलता है कि इससे नियमित रूप से कुछ आय समय पर होती रहती हैं यानि आय पोर्टफोलियो से शेयरधारकों को कुछ लाभांश या अन्य आवर्ती का लाभ मिलता रहता हैं । आय पोर्टफोलियो का मुख्य उद्देश्य डिविडेंड के लिए निवेश करना होता है । यानि आप केवल उन कंपनी के शेयर ख़रीदे जोकि डिविडेंड देते हैं ।

आय पोर्टफोलियो डिविडेंड इनकम के लिए ही बनाया गया है और इसमें निवेशक को नियमित रूप से हर साल ख़रीदे गए शेयर पर डिविडेंड के रूप में पैसा मिलता रहता हैं, जोकि शेयर की कीमत पर निर्भर करता हैं । डिविडेंड शेयर देने वाली कुछ कंपनी ITC, Oil India, NTPC आदि हैं और इन कंपनी में आप डिविडेंड राशि के रूप में हर साल कुछ रिटर्न पा सकते हैं ।

4. Speculative Portfolio

Speculative Portfolio मुख्य रूप फ्यूचर एंड ऑप्शंस में ट्रेडिंग करने के लिए होता है। इसमें पैसा बढ़ने की दर बहुत ज्यादा और कम दोनों हो सकती हैं यानि इसमें तेज़ी से पैसा बढ़ने या घटने की संभवाना होती हैं, इसीलिए इसे Speculative Portfolio के नाम से जाना जाता है।

अगर आप investment स्विंग ट्रेडिंग, इंट्राडे ट्रेडिंग और ऑप्शन ट्रेडिंग में करते हैं तो ये Speculative Portfolio में आते हैं । ये काफी ज्यादा जोखिम भरा होता है, क्यूंकि इसमें आप कुछ ही मिनटों में लाखो कमा सकते है और साथ ही अपने सारे निवेश पैसे को मिनटों में जीरो भी कर सकते हैं ।

5. Hybrid Portfolio

Hybrid Portfolio में ब्लू-चिप स्टॉक, उच्च-श्रेणी के सरकारी/कॉर्पोरेट बॉन्ड शामिल हैं । एक हाइब्रिड पोर्टफोलियो में बॉन्ड और स्टॉक का एक निश्चित अनुपात शामिल होता हैं । आसान भाषा में कहे तो पोर्टफोलियो में कई तरह की निवेश संपत्तियों होती हैं जैसे इक्विटी, डेट और कमोडिटी आदि और इन सबका अनुपात लगभग समान होता हैं ।

शेयर मार्केट में पोर्टफोलियो कैसे बनाते हैं (Stock Market Portfolio kaise banaye)

शेयर मार्किट में पोर्टफोलियो बनाने के लिए आपको शेयर मार्किट की अच्छी जानकारी होनी चाहिए और अगर आपको नहीं पता तो आप  हमारा लेख “शेयर मार्किट क्या और कैसे खेले” को पढ़ सकते हैं । जब आपको शेयर मार्किट की अच्छे से जानकारी हो जाए, तब आप अपना पैसा निवेश करके निम्न बातो को ध्यान में रखकर एक अच्छा पोर्टफोलियो बनाकर काफी अच्छे पैसे या रिटर्न पा सकते हैं ।

1. अच्छा पोर्टफोलियो बनाने के लिए सही शेयर को सेलेक्ट करे ।

शेयर बाज़ार में एक अच्छा पोर्टफोलियो बनाने के लिए सही स्टॉक का चुनना काफी जरुरी होता हैं क्यूंकि अगर आप गलत स्टॉक को चुनकर पोर्टफोलियो बनांते हैं तो आपको काफी ज्यादा नुकसान भी सकता हैं । वही अगर आप सही स्टॉक चुनते हो तो आपके स्टॉक की कीमत कई गुना बढ़ सकती हैं ।

एक सही पोर्टफोलियो को बनाने के लिए इन पहलू को देखकर किसी कंपनी के शेयर लेने चाहिए ।

  • कंपनी की बैलेंस-शीट अच्छी होनी चाहिए ।
  • कंपनी के फंडामेंटल्स बढ़िया होने चाहिए ।
  • कंपनी की ग्रोथ दर काफी अच्छी होनी चाहिए ।
  • कंपनी का मैनेजमेंट सिस्टम भी अच्छा होना चाहिए ।
  • कंपनी का बिजनेस फ्यूचर मॉडल के अनुसार हो तो काफी अच्छा होगा ।

आपको किसी शेयर को खरीदते समय इन सब बातो को ध्यान में रखकर शेयर या निवेश को अपने पोर्टफोलियो में शामिल करना चाहिए ।

2. स्टॉक पोर्टफोलियो में एक तरह के शेयर या निवेश नहीं होने चाहिए ।

शेयर मार्किट में अपना एक अच्छा पोर्टफोलियो बनाने के लिए आपको एक ही कंपनी या सेक्टर के शेयर को अधिक नहीं खरीदना चाहिए । क्यूंकि अगर उस कंपनी या सेक्टर पर कोई बुरा प्रभाव पड़ता है (यानि अगर किसी सेक्टर में नया कोई नियम या संकट आता है) तो उस कंपनी या सेक्टर पर कोई प्रतिकूल असर होता हैं तो आपका उस कंपनी या सेक्टर में लगाया पैसा डूब सकता हैं ।

उदाहरण के लिए जैसे आपने अपना सारा निवेश टेलिकॉम सेक्टर एयरटेल, वोडाफ़ोन-आईडिया, जिओ में कर दिया हैं और TRAI ने कोई ऐसा नियम ला दिया । जिससे कि इन कंपनी का कर्जा बढ़ जाये तो इनके सारे शेयर प्राइस गिरगे और आपका लगाया पैसा डूब सकता हैं । इसलिए हमे एक सामान कंपनी या सेक्टर में निवेश नहीं करना चाहिए और हमे अलग-अलग कंपनी में निवेश करके पोर्टफोलियो बनाना चाहिए ।

शेयर मार्केट में पैसो को सही तरीके से लगाने के लिए जरुरी है कि आपको पैसा Large cap स्टॉक में 30-40 प्रतिशत, Mid cap शेयर में 30-40 प्रतिशत और Small cap स्टॉक में 10-30 प्रतिशत पैसा लगाना चाहिए। यानि आप स्टॉक, म्यूच्यूअल फण्ड, गोल्ड, ब्रांड में निवेश करे क्यूंकि इस तरह निवेश करने से पोर्टफोलियो काफी अच्छा/मजबूत बन जाता हैं ।  

3. पोर्टफोलियो में उचित क्वांटिटी में शेयर ही खरीदें ।

जब आप कंपनी के अच्छे शेयर को सेलेक्ट कर लेते हैं तो दूसरा सवाल होता हैं कि हम अपने पोर्टफोलियो में कितने शेयर को रखे, क्यूंकि यहाँ पर बहुत सारे निवेशक गलती करते हैं और अपने पोर्टफोलियो में बहुत अधिक शेयर रख लेते हैं । जिसकी वजह से अच्छे से शेयर पर नज़र नहीं रख पाते है, जबकि अगर बहुत कम शेयर रखते हैं तो शेयर की कीमत घटने पर काफी ज्यादा नुकसान हो सकता हैं ।

इसलिए आपको एक उचित मात्रा में शेयर को खरीदकर अपना पोर्टफोलियो बनाना चाहिए और इसके लिए आप 20 से लेकर 40 सेक्टर के शेयर का पोर्टफोलियो बना सकते हैं और ये एक काफी अच्छा पोर्टफोलियो बन जायेगा क्यूंकि इससे आप अपने शेयर पर नज़र भी आसानी से नज़र बनाये रख सकते हैं जोकि पैसे कमाने के लिए काफी जरुरी होता हैं ।

4. पोर्टफोलियो में हर शेयर पर मिनिमम कितना निवेश करें ।

जब आप अपने पोर्टफोलियो के लिए 20 से 40 कोमप्न्य के शेयर को सेलेक्ट करते लेते हैं तो फिर उसके बाद आपको एक बात का ध्यान रखना है कि आपके पोर्टफोलियो में हर शेयर में पैसे निवेश का प्रतिशत कितना हैं क्यूंकि एक अच्छे पोर्टफोलियो के लिए किसी कंपनी के शेयर में पैसे का निवेश 3 – 5 %  ही होना चाहिए ।

ताकि अगर भविष्य में किसी कंपनी के शेयर गिरते भी हैं तो आपको ज्यादा नुकसान नहीं होगा । आप दूसरे कंपनी के निवेश के फायदे से इस नुकसान को एडजस्ट कर सकते हैं और इससे आपको अच्छे रिटर्न भी मिलते रहते हैं क्यूंकि हर कंपनी के स्टॉक एक साथ शायद ही गिरे ।

बस आपको इस बात को ध्यान रखना है कि आपको किसी कंपनी का शेयर कितना ही अच्छा क्यूँ न लगे फिर भी आपको उसमे अपने निवेश 5 % से ज्यादा पैसा बिल्कुल नहीं लगाना हैं। एक अच्छा पोर्टफोलियो बनाने के लिए अपने स्टॉक में निवेश का प्रतिशत मिनियम 3 से 5 % तक ही रखे तभी आप मजबूत पोर्टफोलियो बनाकर अच्छे पैसे कमा सकते हैं ।

5. शेयर मार्केट में पोर्टफोलियो को मैनेज और रिव्यु करते रहे ।

एक पोर्टफोलियो तभी अच्छा बना रह सकता हैं, जब हम उसे समय-समय पर चेक या रिव्यु करते रहे और साथ ही मैनेज भी करे यानि पोर्टफोलियो में अपना स्टॉक रखने के बाद आपको इसे हमेशा Monitor और Review करते रहना होगा कि आपके लिए स्टॉक में क्या बदलाव आ रहा हैं । कभी अगर आपको कोई स्टॉक घाटे का लगता हैं तो उसे पहले ही अपने पोर्टफोलियो से निकाल सके ।

इसके साथ ही अगर कोई स्टॉक आपको लगता है कि ये आने वाले समय में अच्छा पैसा देगा तो उसे अपने पोर्टफोलियो में लम्बे समय तक रखे रहे। इसलिए आप अपने पोर्टफोलियो में उतने ही स्टॉक रखे, जिनपर आप नज़र बनाये रख सके । क्यूंकि अगर आप पोर्टफोलियो को मॉनिटर करके मैनेज नहीं करते है तो आपको काफी  बड़ा नुकसान भी हो सकता हैं ।

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निष्कर्ष: Portfolio kya hai और Portfolio kaise banaye

उम्मीद हैं अब आप Portfolio kya hai और एक अच्छा/मजबूत Portfolio kaise banaye जान गए होगे । इसके साथ ही आपको पोर्टफोलियो के प्रकार भी पता चल गए होगे । आप पोर्टफोलियो बनाने से पहले शेयर मार्किट को अच्छे से जान ले और फिर उसके बाद ही अपना पोर्टफोलियो बनाकर पैसे कमाए ।

अगर आपको अब भी पोर्टफोलियो क्या है और पोर्टफोलियो कैसे बनाते हैं, से सम्बंधित कोई सवाल हैं तो आप हमे कमेंट करके पूछ सकते हैं । यदि आपको हमारा ये लेख पसंद आया हैं तो इसे सोशल मीडिया पर शेयर जरुर करे।

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